मुतफ़र्रिकात का बयान
(शर्मगाह का चूसना या चाटना कैसा है)
(उधार सामान ज़्यादह दाम में बेचना कैसा है)
(शौहर जुज़ामी हो तो क्या बीवी जा सकती है उस के घर जा सकती है ?)
(सातों दिनों में सब से पहले किस दिन की तख्लीक़ हुई)
(माहे मुहर्रम को माहे मुहर्रमुल हराम क्यों कहते हैं)
(उस्ताद बच्चों को किस लकड़ी के डंडे से मार सकता है ?)
(मज़ाराते औलिया पर औरतों का जाना कैसा है?)
(किस सूरत में कफन फरोख्त की गवाही मक़बूल नहीं है?)
(मुरव्वज़े ताज़ियादारी क्या है)
(मोहर्रम में बच्चों को फक़ीर बनाना कैसा है)
(मुहर्रम का खिचड़ा (हलीम) बनाना कैसा है?)
(अपने भाई से तीन दिन तक बात ना करना कैसा है?)
(सूरज गहन और चांद गहन से कुछ होता है ?)
(जो कहे मैं किसी आलिम की बात नहीं मानता उस पर क्या हुक्म है ?)
(लड़की भागने वाले पर क्या हुक्म है ?)
(आज़माने के लिए सवाल करना कैसा है ?)
( इलाज ना कराने के सबब मौत वाक़िअ तो गुनहगार हुवा ?)
(वालिदैन की रूह को कैसे राज़ी करें ?)
( हालते नापाकी में तअवीज़ पहनना कैसा है ?)
(हाथ में कड़े और धागे बांधना कैसा है)
(क्या मुखन्नस पर शरई हुक्म नाफीज़ होगा या नहीं)
( दाढ़ी वाले मुसलमानों को मुल्ला जी कहना कैसा है)
(दुकान खोलते वक़्त अगरबत्ती जलाना कैसा है)
(माफी चाहने वाले को माफ ना करने वाले पर हुक्मे शरअ क्या होगा)
(फ़ोन (कॉल) पर बात न करने की कसम खाना)
(बीवी शौहर को हमबिस्तरी से कब मना कर सकती है ?)
(मंदिर का रास्ता बताना कैसा है ?)
(अरफे के नियाज़ की शरई हैसियत)
हिन्दी ट्रानलेट
मौलाना रिजवानुल क़ादरी अशरफी सेमरबारी
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