(डार्क चॉकलेट खाना कैसा है ?)
अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि बरकातूहसवाल : क्या फरमाते हैं उलमा ए दीन इस मसअला के बारे में कि OREO बिस्किट खाना कैसा है यूं ही डार्क चॉकलेट खाना कैसा है हवाले के साथ जवाब इनायत फरमाएं ?
साइल : फैज़ान खान एम पी
व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाहि बरकातूह
जवाब : मज़कुरा बिस्किट और चॉकलेट खाना जायज़ है क्योंकि जब तक किसी चीज़ के बारे में यक़ीने कामिल ना हो जाए या मुशाहदात से मालूम ना हो जाए की इसमें नजिस और हराम अशिया की हमेज़श है तब तक उसका खाना और इस्तेमाल करना दुरुस्त है क्योंकि अशिया में अस्ल अबाहत जैसा की फोक़्हा ए किराम फरमाते हैं कि
الاصل فى الأشياء الاباحة " اھ
और शक की बुनियाद पर यक़ीन ज़ाइल होता नहीं है जैसा की फिक़्ह का मशहूर क़ाएदा कुल्लिया है कि
(اليقين لا يزول بالشک " اھ)वल्लाहु आलम
अज़ क़लम
मुहम्मद मासूम रज़ा नूरी अफी अंह
01 रमज़ान 1446 हिजरी मुताबिक़ 2 मार्च 2025
हिंदी अनुवादक
मुहम्मद रिज़वानुल क़ादरी अशरफी सेमरबारी दुदही कुशीनगर
मुक़ीम : पुणे महाराष्ट्र
06 रमज़ान 1446 हिजरी मुताबिक़ 07 मार्च 2025 ब रोज़ जुमआ मुबारक
मीन जानिब
मसाइले शरइय्या ग्रुप