(विलादत व नसब नामा)
الحمد للہ رب العالمین والصلوۃ والسلام علیٰ اشرف الانبیاء والمرسلین و علی اٰلہ الطیبین الطاہرین وجمیع الاولیاء امتہ الذین اہتدو والی سبیل النجاہ والیقین
अम्मा बअद।
गुलशने इस्लाम में जिन औलिया ए किराम ने अपनी लाफानी कारनामों की बदौलत बक़ाए दवाम हासिल किया है उन में क़ुदूतुल कुबरा तारिकुस्सलतनत अमीर व कबीर सैय्यद अशरफ जहांगीर सिमनानी नूर बख्शी क़ुदुस्सरा का इस्मे ग्रामी सरे फहरीस्त है।
विलादत : आपके वालिद सुल्तान सैय्यद इब्राहिम सिमनानी ईरान के फरमां रवा थे उनका दरबार फज़ला ए असर व उलमा ए वक़्त से आबाद था खुद सुल्तान एक सूफी मुशर्रफ बादशाह थे आप ज़हदो तक़वा में कामिल थे बेटे की आरज़ू थी एक शब ख्वाब में हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जमाले जहां अरा से सरफराज़ हुए आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने दो फर्ज़ंद की बशारत दी और फरमाया एक का नाम मुहम्मद अशरफ और दूसरे का नाम मुहम्मद आरफ रखना अशरफ औरंग सोरी व मअनवी होगा चुनांचे 708 हिजरी में ब वक़्त सुब्ह सादिक़ खुर्शीद मअरफते तुलूअ हुवा जो बाद को अशरफुल मिल्लत वद्दीन सैय्यद मुहम्मद अशरफ जहांगीर सिमनानी नूर बख्शी के नाम से मशहूर हुए।
नसब नामा
आप हुसैनी सैय्यद हैं आपका नसब नामा यह है।
सुल्तान सैय्यद मुहम्मद अशरफ नूर बख्शी वल्द सुल्तान सैय्यद इब्राहिम नूर बख्शी वल्द सुल्तान सैय्यद इमादुद्दीन नूर बख्शी वल्द सुल्तान सैय्यद निज़ामुद्दीन अली शेर वल्द सुल्तान सैय्यद ज़हरुद्दीन वल्द सैय्यद सुल्तान ताजुद्दीन बहलोल वल्द सैय्यद महमूद नूर बख्शी वल्द सैय्यद महंदी वल्द सैय्यद कमालुद्दीन वल्द सैय्यद जमालुद्दीन वल्द सैय्यद हसन शरीफ वल्द सैय्यद अबू मुहम्मद वल्द सैय्यद अबू मूसा अली वल्द सैय्यद इसमाईल सानी वल्द सैय्यद अबू हसन मुहम्मद वल्द सैय्यद इसमाईल अरज वल्द सैय्यदना इमाम जअफर सादिक़ वल्द सैय्यदना इमाम मुहम्मद बाक़र वल्द सैय्यदना इमाम जैनुल अबदीन वल्द सैय्यदना इमाम हुसैन वल्द सैय्यदना मौला अली करमुल्लाहि वजहुल करीम व फातिमतुज़्ज़ोहरा (रज़ि अल्लाहु अन्हुमा अजमईन) बिन्त हुज़ूर मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम