( सर और दाढ़ी के सफ़ेद बाल निकलवाना कैसा है ?)
अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह
सवाल :- सर या दाढ़ी के सफ़ेद बाल निकलवाना कैसा है ?
साइल :- मुहम्मद जावेद अनवर क़ादरी (मुम्बई)
व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाह
जवाब :- सर और दाढ़ी के सफ़ेद बालों को निकलवाना मकरूह है, जैसा कि हदीस शरीफ़ में है कि
عن أنس بن مالك قال : یکره أن ینتف الرجل الشعرة البیضاءَ من رأسه و لحیته قال ولم یخضب رسول ﷲ صلی الله علیه وسلم إِنما کان البیاض فى عنفقته وفى الصدغین وفى الرأس نبذ
यानी- हज़रत अनस बिन मालिक रज़ी अल्लाहु अन्ह सर और दाढ़ी से सफ़ेद बालों के नोचने को मकरूह समझते थे, उन्होंने बयान किया कि रसूल करीम ﷺ ने बालों को नहीं रंगा, हुज़ूर ﷺ के निचले होंठ के नीचे, कनपट्टियों और सर में कुछ बाल सफ़ेद थे
( सही मुस्लिम, खण्ड 4 पेज़ नo 1821 हदीस नo 2341 बैरूत लेबनॉन )
और तिरमिज़ी शरीफ़ में है
أن النبى صلی اللّٰه علیه وسلم نهی عن نتف الشیب ، و قال : إنه نور المسلم
यानी- रसूल करीम ﷺ ने फरमा, सफ़ेद बाल नः उखाड़ो क्योंकि वह मुस्लिम का नूर है।
( सुनन तिरमिज़ी, खण्ड 2 पेज़ नo 109 हदीस नo 2821 )
और फ़तावा आलमगीरी में है
و نتف الشیب مکروہ للتزيین لا لترهیب العدو ، و کذا نقل عن الإمام ، کذا فی جواهر الأخلاطی
( फ़तावा आलमगीरी, खण्ड 6 पेज़ नo 238 )
और फ़तावा रज़विया में है, अल्लामा मुनादी, फ़िर अल्लामा अज़ीज़ी एक हदीस पर तसरीह करते हैं
فنتفه مكروه و صبغه بالسواد لغير الجهاد حرام
यानी- तो सफ़ेद बाल उखाड़ना मकरूह है और सियाह ख़ेज़ाब (काला मेंहदी वगैरह) जेहाद के एलावा हराम है।
(हवाला फ़तावा रज़विया, खण्ड 23 पेज़ नo 498, लाहौर)
और "बहारे शरीअत में है"
सफ़ेद बालों को उखाड़ना या कैंची से चुन कर निकलवाना मकरूह है,
हाँ मुजाहिद (अल्लाह पाक के रास्ते में लड़ने वाला) अगर इस नियत से ऐसा करे कि काफिरों पर उसका रौब और दबदबा छा जाए तो जाइज़ है,
फिर एक पेज़ के बाद तहरीर फरमाते हैं कि, सफ़ेद बाल उखाड़ने में हर्ज नहीं, जबकि खूबसूरत दिखने के इरादे से ऐसा नः करे, और ज़ाहिर यही है कि जो लोग ऐसा करते हैं वह खूबसूरती ही के इरादे से करते हैं, और यह भी ज़ाहिर है कि दाढ़ी में इस तरह का इरादा ज़्यादा मना होगा
(बहारे शरीअत पार्ट 3 पेज़ नo 587,589 मक्तबतुल मदीना, कराची)
लेखक :- मौलाना करीमुल्लाह रिज़वी
हिन्दी अनुवादक :- मुजस्सम हुसैन मिस्बाही (गोड्डा, झारखण्ड)
दिनांक - 20 अगस्त 2025 (बुधवार)
मिन'जानिब :- मसाइले शरईया ग्रुप( सर और दाढ़ी के सफ़ेद बाल निकलवाना कैसा है ?)
अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह
सवाल :- सर या दाढ़ी के सफ़ेद बाल निकलवाना कैसा है ?
साइल :- मुहम्मद जावेद अनवर क़ादरी (मुम्बई)
व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाह
जवाब :- सर और दाढ़ी के सफ़ेद बालों को निकलवाना मकरूह है, जैसा कि हदीस शरीफ़ में है कि
عن أنس بن مالك قال : یکره أن ینتف الرجل الشعرة البیضاءَ من رأسه و لحیته قال ولم یخضب رسول ﷲ صلی الله علیه وسلم إِنما کان البیاض فى عنفقته وفى الصدغین وفى الرأس نبذ
यानी- हज़रत अनस बिन मालिक रज़ी अल्लाहु अन्ह सर और दाढ़ी से सफ़ेद बालों के नोचने को मकरूह समझते थे, उन्होंने बयान किया कि रसूल करीम ﷺ ने बालों को नहीं रंगा, हुज़ूर ﷺ के निचले होंठ के नीचे, कनपट्टियों और सर में कुछ बाल सफ़ेद थे
( सही मुस्लिम, खण्ड 4 पेज़ नo 1821 हदीस नo 2341 बैरूत लेबनॉन )
और तिरमिज़ी शरीफ़ में है
أن النبى صلی اللّٰه علیه وسلم نهی عن نتف الشیب ، و قال : إنه نور المسلم
यानी- रसूल करीम ﷺ ने फरमा, सफ़ेद बाल नः उखाड़ो क्योंकि वह मुस्लिम का नूर है।
( सुनन तिरमिज़ी, खण्ड 2 पेज़ नo 109 हदीस नo 2821 )
और फ़तावा आलमगीरी में है
و نتف الشیب مکروہ للتزيین لا لترهیب العدو ، و کذا نقل عن الإمام ، کذا فی جواهر الأخلاطی
( फ़तावा आलमगीरी, खण्ड 6 पेज़ नo 238 )
और फ़तावा रज़विया में है, अल्लामा मुनादी, फ़िर अल्लामा अज़ीज़ी एक हदीस पर तसरीह करते हैं
فنتفه مكروه و صبغه بالسواد لغير الجهاد حرام
यानी- तो सफ़ेद बाल उखाड़ना मकरूह है और सियाह ख़ेज़ाब (काला मेंहदी वगैरह) जेहाद के एलावा हराम है।
(हवाला फ़तावा रज़विया, खण्ड 23 पेज़ नo 498, लाहौर)
और "बहारे शरीअत में है"
सफ़ेद बालों को उखाड़ना या कैंची से चुन कर निकलवाना मकरूह है,
हाँ मुजाहिद (अल्लाह पाक के रास्ते में लड़ने वाला) अगर इस नियत से ऐसा करे कि काफिरों पर उसका रौब और दबदबा छा जाए तो जाइज़ है,
फिर एक पेज़ के बाद तहरीर फरमाते हैं कि, सफ़ेद बाल उखाड़ने में हर्ज नहीं, जबकि खूबसूरत दिखने के इरादे से ऐसा नः करे, और ज़ाहिर यही है कि जो लोग ऐसा करते हैं वह खूबसूरती ही के इरादे से करते हैं, और यह भी ज़ाहिर है कि दाढ़ी में इस तरह का इरादा ज़्यादा मना होगा
(बहारे शरीअत पार्ट 3 पेज़ नo 587,589 मक्तबतुल मदीना, कराची)
लेखक :- मौलाना करीमुल्लाह रिज़वी
हिन्दी अनुवादक :- मुजस्सम हुसैन मिस्बाही (गोड्डा, झारखण्ड)
दिनांक - 20 अगस्त 2025 (बुधवार)
मिन'जानिब :- मसाइले शरईया ग्रुप