(केचुए से मछली का शिकार करके खाना कैसा है ?)
अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातहू
सवाल:- केचुए से मछली का शिकार करना कैसा है? किया केचुए से शिकार किए हुए मछली को खाना जाइज़ है?
साइल:- सलमान रज़ा फ़ैज़ी
व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाहि व बरकातहू
जवाब:- ज़िन्दा केचुए से मछली का शिकार करना नाजाइज़ है मगर उससे शिकार की हुई मछली का खाना जाइज़ है, हुज़ूर सैयदी आला हज़रत रज़ी अल्लाहु तआला अनह फरमाते हैं मछली का शिकार जाइज़ तौर पर करें उसमें ज़िंदा घीसा (केचुए) पिरोना जाइज़ नहीं, हां मार कर हो या तली वगैरह बेजान चीज़ हो तो मज़ाइक़ा (कोई हर्ज) नहीं, यह सब इस काम को करने के हुक्म थे, रही शिकार की हुई मछली तो उसका खाना हर तरह हलाल है, अगरचे शिकार उन नाजाइज़ तरीक़े से हुआ हो।(फ़तावा रज़विया पार्ट 20 पेज़ नo 343)
लेखक
मासूम रज़ा नूरी
हिन्दी अनुवादक
मुजस्सम हुसैन मिस्बाही (गोड्डा झारखण्ड)
दिनांक - 14 अगस्त 2025
मिन जानिब
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