कोई टाइटल नहीं

0
(भैंस से अक़ीक़ह का क्या हुक्म है?) 

अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह 

सवाल :- अक़ीक़ह में बकरा ज़बह करना शर्त है या भैंस पर भी अक़ीक़ह हो जाएगा ?
साइल :- मुहम्मद हनीफ़ (दिल्ली)

व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाह 

जवाब :- अक़ीक़ह में बकरा की तख़सीस (ख़ास) नहीं है, शर्त तो दूर की बात, बेशक भैंस में अक़ीक़ह हो जाएगा, हुज़ूर सदरुश शरिअह अलैहिर्रहमा फ़रमाते हैं, अक़ीक़ह का जानवर उन्हीं शर्तों के साथ होना चाहिए जैसा क़ुर्बानी के लिये होता है।
(बहारे शरीअत पार्ट 15 अक़ीक़ह का बयान) 

खुलासा - जो जानवर क़ुर्बानी के लिये ज़बह किया जाता है वही अक़ीक़ह के लिये भी, यानी भैंस में बगैर शक व शुबह के अक़ीक़ह हो सकता है, क्योंकि क़ुर्बानी के जानवर की जो क़िसमें हैं उसमें गाय,भैंस शामिल है, और याद रहे जानवर का उम्र जो मुताय्यन (फिक्स) है, उससे कम नहीं होना चाहिए और जानवर बगैर ऐब वाला होना चाहिए।
वल्लाहु आलम व रसूलहू आलम 

लेखक - मौलाना मुहम्मद मासूम रज़ा नूरी 

हिन्दी अनुवादक :- मुजस्सम हुसैन मिस्बाही (गोड्डा, झारखण्ड)
दिनांक - 19 अगस्त 2025 (मंगलवार) 

मिन'जानिब :- मसाइले शरईया ग्रुप
Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
एक टिप्पणी भेजें (0)
AD Banner
AD Banner AD Banner
To Top